उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों और अनुदेशकों की समस्याएं वर्षों से चली आ रही हैं। मानदेय कम होने, स्थायीत्व की कमी और असुरक्षित भविष्य को लेकर ये शिक्षक लंबे समय से संघर्षरत हैं। कई बार सरकार से आश्वासन मिलने के बावजूद अब तक कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है। इन शिक्षकों का कहना है कि वे राज्य की शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं, लेकिन उन्हें आज भी आर्थिक असुरक्षा और अनिश्चित भविष्य की चिंता सालती है।
इन्हीं मांगों को लेकर हाल ही में शिक्षामित्र संघ के अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला और अनुदेशक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने विधान परिषद सदस्य (MLC) श्री चंद शर्मा से लखनऊ में मुलाकात की। शिवकुमार शुक्ला ने बताया कि यह मुलाकात श्री चंद शर्मा जी के बुलावे पर हुई। उन्होंने शिक्षामित्रों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बात की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने का समय भी मांगा है। संभावना है कि 21 या 22 तारीख को मुख्यमंत्री से मुलाकात हो सकती है।
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शिवकुमार शुक्ला ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री से मिलने का अवसर मिला, तो वे शिक्षामित्रों की प्रमुख समस्याओं को उनके सामने रखेंगे और उसके बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी।
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अनुदेशक संघ के अध्यक्ष विक्रम सिंह ने भी इस मुलाकात को सकारात्मक बताया और कहा कि जैसे ही जानकारी मिली कि हमारे संरक्षक श्री चंद शर्मा लखनऊ में हैं, हम तुरंत मुलाकात के लिए पहुंचे। हमें विश्वास है कि यह पहल हमारे संघर्ष को नई दिशा देगी।
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शिक्षामित्र और अनुदेशक अब उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए सरकार जल्द कोई ठोस कदम उठाएगी।