प्रत्येक स्कूल में 100-100 सीटों पर छात्रों को प्रवेश मिलेगा, यानी कुल 5,900 विद्यार्थियों को सरकारी माध्यमिक शिक्षा का अवसर प्राप्त होगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव ने बताया कि इन स्कूलों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और कार्यदायी संस्थाओं ने इन्हें विभाग को हस्तांतरित कर दिया है।
डीआईओएस को निर्देश जारी
जिन जिलों में ये विद्यालय खोले गए हैं, वहां के जिला विद्यालय निरीक्षकों (DIOS) को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्कूल संचालन की सभी आवश्यक तैयारियां जल्द पूरी करें।शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू
शिक्षकों व कर्मचारियों की भर्ती के लिए अधियाचन पहले ही भेजा जा चुका है। अधिकारियों के अनुसार भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।इन जिलों को मिलेगा फायदा
जिन जिलों में ये नए स्कूल खुल रहे हैं उनमें बिजनौर, गौतमबुद्धनगर, जालौन, प्रतापगढ़, मेरठ, रामपुर, श्रावस्ती, हापुड़, गाजियाबाद, बलरामपुर, बहराइच, बाराबंकी, मुरादाबाद, शामली, आजमगढ़, गोंडा, बागपत, महोबा, मुजफ्फरनगर, लखीमपुर खीरी, भदोही और हरदोई शामिल हैं।भवन की गुणवत्ता पर रहेगी नजर
नए स्कूल भवनों की गुणवत्ता की जांच के लिए कमेटियों का गठन किया गया है। अगर निर्माण कार्य में किसी तरह की लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।ये भी पढ़ें: SBI से ₹11 लाख लोन पर कितनी EMI देनी होगी? जानिए पूरा कैलकुलेशन