Samastipur: जिले के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज हो गई है। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा चयनित प्रधान शिक्षकों को जिलों का आवंटन कर दिया गया है और अब वे जल्द ही विद्यालयों में कार्यभार संभालेंगे।
ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर देना होगा प्रखंडों का विकल्प
आवंटित जिला पाने वाले प्रधान शिक्षकों को अब तीन-तीन प्रखंडों के विकल्प ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अनिवार्य रूप से भरने होंगे। यह प्रक्रिया 12 अप्रैल 2025 तक पूरी करनी है। इसी प्रकार, बीपीएससी के तीसरे चरण में चयनित शिक्षकों से भी विकल्प मांगे गए हैं, जिसके आधार पर स्कूलों का आवंटन किया जाएगा।समस्तीपुर को मिले 1407 अभ्यर्थी
बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा के अनुसार, समस्तीपुर जिले में कुल 1407 अभ्यर्थियों को जिला आवंटित किया गया है। यह आवंटन सफल अभ्यर्थियों की प्राथमिकता, विकल्प और जिलावार रिक्तियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।ये भी पढ़ें: बिहार का शिक्षा विभाग एक्शन में, शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए फरमान जारी, क्या है मामला?
राज्यभर में 36,947 अभ्यर्थी सफल
बीपीएससी की परीक्षा में राज्यभर से कुल 36,947 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए थे। इनमें से 35,386 अभ्यर्थियों की तीन चरणों में काउंसिलिंग कराई गई थी, जिसमें 35,333 के दस्तावेज सत्यापित पाए गए।ये भी पढ़ें: TRE-1 में BPSC पास शिक्षकों को हाईकोर्ट का आदेश: 15 दिन में काउंसलिंग, 1 महीने में नियुक्ति पत्र
12 अप्रैल के बाद होगा विद्यालय आवंटन
शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार, तीन-तीन प्रखंडों का विकल्प देने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 12 अप्रैल के बाद प्रधान शिक्षकों को विद्यालय आवंटित कर दिए जाएंगे। विकल्प न देने वाले अभ्यर्थियों को रिक्तियों के आधार पर विभाग स्वयं विद्यालय आवंटित करेगा।ये भी पढ़ें: 8वें वेतन आयोग: चपरासी, शिक्षक से लेकर IAS तक, जानें आपके लेवल पर कितनी बढ़ेगी बेसिक सैलरी
डीईओ को भेजा गया पत्र
शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि वे चयनित अभ्यर्थियों से समय पर विकल्प भरवाना सुनिश्चित करें। केवल वे ही अभ्यर्थी विकल्प भरने के पात्र हैं, जिनकी काउंसिलिंग पूरी हो चुकी है।इस प्रक्रिया के पूर्ण होते ही समस्तीपुर के प्राथमिक विद्यालयों को स्थायी प्रधान शिक्षक मिल जाएंगे, जिससे शैक्षणिक व्यवस्थाओं को मजबूती मिलेगी।
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