Patna: राज्य में शिक्षकों के ऐच्छिक स्थानांतरण की प्रक्रिया जारी है। इसी क्रम में छह कोटियों के जिन शिक्षकों को उनके विकल्प के अनुसार जिलों का आवंटन किया गया है, उनमें से 650 शिक्षकों का सर्विस रिकॉर्ड शिक्षा विभाग को प्राप्त नहीं हो पाया है। विभाग ने इन शिक्षकों से रिकॉर्ड उपलब्ध कराने को कहा है, ताकि उन्हें निर्धारित जिलों में स्थानांतरित किया जा सके।
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्थानांतरण की प्रक्रिया में जिला एवं विद्यालय स्तर पर संतुलन का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। यदि किसी पंचायत में पद रिक्त नहीं है, तो संबंधित शिक्षक को अगल-बगल के पंचायत में समायोजित किया जाएगा।
महिला शिक्षकों के ट्रांसफर को मिलेगी प्राथमिकता
शिक्षा विभाग के अनुसार, दूरी के आधार पर सबसे पहले सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण महिला शिक्षकों का स्थानांतरण इसी सप्ताह किया जाएगा। इस संबंध में सूची को अंतिम रूप दे दिया गया है। पहले जिला और फिर विद्यालय का आवंटन किया जाएगा। इसके बाद टीआरई-1 की महिला शिक्षकों का स्थानांतरण होगा, फिर पुरुष शिक्षकों का नंबर आएगा।
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दूसरे चरण में दूसरी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के आधार पर चयनित महिला शिक्षकों का स्थानांतरण होगा। इसके उपरांत दूरी, सक्षमता परीक्षा और बीपीएससी की अनुशंसा पर नियुक्त महिला शिक्षकों के बाद पुरुष शिक्षकों का इच्छित स्थानांतरण किया जाएगा।
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1.90 लाख शिक्षकों ने दिया था ट्रांसफर का आवेदन
गौरतलब है कि ऐच्छिक स्थानांतरण के लिए राज्यभर से 1.90 लाख शिक्षकों ने आवेदन किया था। इन आवेदनों की समीक्षा कर उन्हें सात कोटियों में वर्गीकृत किया गया, जिनमें रुग्णता, दिव्यांगता, पारिवारिक स्थिति, पति-पत्नी का अलग-अलग जिलों में पदस्थापन, विधवा एवं परित्यक्ता तथा दूरी जैसे आधार शामिल हैं। इनमें से छह कोटियों के शिक्षकों को इच्छित जिला आवंटित किया जा चुका है।