बिहार में एक बार फिर आकाशीय बिजली ने कहर बरपाया है। पिछले 48 घंटों के भीतर राज्य के पांच जिलों में ठनका गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा पांच मौतें बेगूसराय जिले में हुई हैं। इसके अलावा दरभंगा में चार, मधुबनी में तीन, सहरसा में दो और समस्तीपुर में एक व्यक्ति की जान गई है।
इस घटना पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से यह जानकारी साझा की गई है।
बिजली गिरने से मौतों का आंकड़ा
जिला | मौतों की संख्या |
---|---|
बेगूसराय | 5 |
दरभंगा | 4 |
मधुबनी | 3 |
सहरसा | 2 |
समस्तीपुर | 1 |
बेगूसराय में दर्दनाक हादसे
बेगूसराय में बुधवार को रुक-रुक कर बारिश हो रही थी। इस दौरान अलग-अलग थाना क्षेत्रों में ठनका गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई। बलिया थाना क्षेत्र के भगतपुर गांव में भूसा लाने खेत जा रहे पति-पत्नी पर बिजली गिरी, जिसमें 60 वर्षीय विराल पासवान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हुईं।
भगवानपुर थाना क्षेत्र के मानोपुर गांव में शौच के लिए खेत जा रही महिलाओं और बच्चों पर ठनका गिरा, जिसमें 3 वर्षीय अंशु कुमारी की जान चली गई। उसकी बहन आंचल गंभीर रूप से जख्मी हुई है। इसी तरह पंकज महतो (45), इंदिरा देवी और जनार्दन महतो की भी अलग-अलग क्षेत्रों में बिजली गिरने से मौत हो गई।
सहरसा में दो की मौत
सहरसा जिले में भी ठनका गिरने से दो लोगों की जान गई है, जिनमें एक 13 वर्षीय बच्ची और एक 35 वर्षीय युवक शामिल हैं।
बिजली गिरने की वजह क्या है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, मई से सितंबर के बीच बिहार में बिजली गिरने की घटनाएं ज्यादा होती हैं। इसकी वजह उत्तर-पश्चिम भारत की गर्म, शुष्क हवाओं का बंगाल की खाड़ी से उठने वाली नम हवाओं से मिलना है। इससे संवहन (convection) बादल बनते हैं जो बिजली गिरने का कारण बनते हैं।
सबसे ज्यादा खतरा किन इलाकों में?
वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर-पूर्व भारत में बिजली गिरने की घटनाएं ज्यादा होती हैं, लेकिन मौतें मध्य भारत में सबसे अधिक होती हैं। दोपहर के समय खेतों में काम कर रहे लोग अक्सर इसकी चपेट में आ जाते हैं।
ये भी पढ़ें: PM Kisan Yojana: इस दिन किसानों के खाते में आएगी 20वीं किस्त, लेकिन इन किसानों को नहीं मिलेगा लाभ, जानें वजह
सीएम की अपील
सीएम नीतीश कुमार ने राज्यवासियों से आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सतर्कता और सावधानी से ऐसे हादसों से बचा जा सकता है.