उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के नौवें दिन मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि राज्य सरकार शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को डिजिटल लिटरेसी की विशेष ट्रेनिंग दे रही है। इसके तहत, कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को कंप्यूटर इंटेलिजेंस की सुविधाएं भी दी जा रही हैं, जिससे वे आधुनिक तकनीकों से जुड़ सकें।
शिक्षकों को डिजिटल संसाधनों की ट्रेनिंग
मंत्री ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों को कंप्यूटर, इंटरनेट और डिजिटल संसाधनों के व्यावहारिक ज्ञान की ट्रेनिंग दे रहा है। सरकार शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए डिजिटल स्किल्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कोडिंग जैसी नई तकनीकों को शिक्षा में शामिल करने की दिशा में भी कार्य कर रही है।स्मार्ट क्लासेस और डिजिटल टूल्स की सुविधा
उन्होंने बताया कि शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को स्मार्ट क्लास, ऑनलाइन शिक्षण और डिजिटल टूल्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे छात्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जा सके। परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस के तहत कक्षा में दो-दो टैबलेट दिए जा रहे हैं, और अब तक सभी विद्यालयों में ये पहुंच चुके हैं।ये भी पढ़ें: भाजपा एमएलसी ने सदन में उठाया शिक्षामित्रों के मानदेय वृद्धि का मुद्दा
परीक्षा प्रक्रिया और डिजिटल शिक्षा पर जोर
मंत्री संदीप सिंह ने परीक्षा प्रक्रिया को लेकर कहा कि बच्चों के प्रश्न पत्र विद्यालयों तक पहुंचाए जाते हैं और कंपोजिट ग्रांट के माध्यम से पेपरों की छपाई कराई जाती है। हालांकि, कुछ विद्यालयों में बजट की कमी के कारण प्रश्न पत्रों की छपाई नहीं हो सकी, जिस वजह से ब्लैकबोर्ड पर प्रश्न लिखकर परीक्षा कराई गई। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में इस समस्या का समाधान किया जाएगा।आईसीटी लैब्स और शिक्षक प्रशिक्षण
राज्य सरकार ने 880 विकास खंडों में आईसीटी लैब्स की स्थापना की है, जहां शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 2024 तक 1,65,299 शिक्षकों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें 21वीं सदी के जीवन कौशल, गणित, डिजिटल लिटरेसी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शामिल हैं।ये भी पढ़ें: शिक्षा मित्रों के मानदेय में बढ़ोतरी नहीं होगी: सरकार
अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की स्थापना रोकी गई
मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों की स्थापना रोक दी गई है। अब अंग्रेजी को प्रत्येक परिषदीय विद्यालय में एक विषय के रूप में पढ़ाया जा रहा है।शिक्षक-छात्र अनुपात सुधारने पर काम जारी
मंत्री ने शिक्षक-छात्र अनुपात के मुद्दे पर कहा कि समायोजन प्रक्रिया पर काम जारी है और जल्द ही इसका समाधान किया जाएगा। सरकार प्रदेश में विश्व स्तरीय मॉडल स्कूलों की स्थापना कर रही है, जिसकी प्रक्रिया 57 जनपदों में शुरू हो चुकी है।देखें विधानसभा का वीडियो