Yogi Cabinet Baithak, Prayagraj: आज प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश कैबिनेट की साल 2025 की पहली बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा हुई और बड़े फैसले लिए गए।
मुख्य फैसले:
1. मेडिकल कॉलेज का निर्माण: योगी सरकार ने प्रदेश के तीन जिलों- बागपत, कासगंज और हाथरस में नए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की। ये कॉलेज पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर बनाए जाएंगे।
2. प्रयागराज और वाराणसी में सतत विकास क्षेत्र: प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों के लिए गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तार का निर्णय लिया गया। यह एक्सप्रेसवे मिर्जापुर, भदोही, काशी और चंदौली होते हुए गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा।
3. नगर निगमों के लिए बॉन्ड: प्रयागराज, वाराणसी और आगरा नगर निगमों के विकास के लिए बॉन्ड जारी किए जाएंगे।
4. युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट: युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित किए जाएंगे।
5. इंफ्रास्ट्रक्चर विकास: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। चित्रकूट को भी एक्सप्रेसवे नेटवर्क में शामिल किया जाएगा।
6. नई एयरोस्पेस डिफेंस पॉलिसी: राज्य में रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र के विकास के लिए नई नीति लाई जाएगी।
7. महाकुंभ के विकास कार्य: महाकुंभ के मद्देनजर प्रयागराज में यमुना नदी पर एक नए सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।
सीएम योगी का बयान:
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम योगी ने कहा, “महाकुंभ के अवसर पर प्रयागराज और आस-पास के क्षेत्रों को विकसित करने के लिए हम एक सतत विकास क्षेत्र बना रहे हैं। गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।”
अखिलेश यादव का निशाना:
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस कैबिनेट बैठक को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “कुंभ और प्रयागराज धार्मिक और सांस्कृतिक स्थान हैं, राजनीतिक फैसलों और कार्यक्रमों के लिए इनका उपयोग करना अनुचित है। यह धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ है।”
योगी सरकार के इन फैसलों से प्रदेश के विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। वहीं, विपक्ष के तीखे बयान इस बैठक को राजनीतिक विवाद का केंद्र बना सकते हैं।