UP Primary Schools: नए वर्ष 2025 में उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधारों और नई योजनाओं का क्रियान्वयन करेगी। योगी आदित्यनाथ सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षा आधुनिकीकरण प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत प्रदेश के 7,409 प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू की जाएंगी। इसके अलावा, 5258 प्राइमरी स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित की जाएगी। लखनऊ स्थित स्कूल शिक्षा महानिदेशालय में स्टेट लेवल डिजिटल स्टूडियो की स्थापना भी प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय
प्रदेश के प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय खोलने की योजना है। पहले चरण में 27 जिलों में इन विद्यालयों की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही 34 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को उच्चीकृत करने का प्रस्ताव भी मंजूर हो चुका है।
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नई शिक्षा नीति 2020 के तहत सुधार
नवीन शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत प्राइमरी और माध्यमिक शिक्षा में नए बदलाव किए जाएंगे।
- 1265 जर्जर प्राइमरी स्कूलों का कायाकल्प होगा।
- माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास और लैब की व्यवस्था को मंजूरी दी गई है।
- एडेड स्कूलों में शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा और प्रबंधन द्वारा शिक्षकों को अनावश्यक रूप से हटाना कठिन होगा।
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उच्च शिक्षा में सुधार
- तीन नए राज्य विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जल्द शुरू होगी।
- डिजिटल लाइब्रेरी में अपलोड ई-कंटेंट की संख्या को बढ़ाकर 1 लाख तक किया जाएगा।
- 172 राजकीय महाविद्यालयों में ई-लर्निंग पार्क और 83 महाविद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू की जाएगी।
- 1000 महाविद्यालयों में रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम और इंटर्नशिप की शुरुआत होगी।
- पीएचडी कोर्स वर्क को ऑनलाइन अधिक सुलभ बनाने के लिए नए कदम उठाए जाएंगे।
शिक्षा क्षेत्र के लिए नई पहलें
शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर इन सुधारों से प्रदेश में प्री-प्राइमरी से 12वीं तक फ्री शिक्षा की व्यवस्था को सुदृढ़ करने और युवाओं को रोजगारोन्मुख शिक्षा प्रदान करने की दिशा में नए आयाम स्थापित होंगे।