मिड-डे मील खाने से मासूम बहन की मौत, भाई की हालत गंभीर - प्रशासन ने शुरू की जांच


 नालंदा जिले के अमरपुरी गांव में एक आंगनबाड़ी केंद्र का मिड-डे मील मासूम बच्चों के लिए घातक साबित हुआ। भोजन करने के बाद चार साल की क्रांति कुमारी और उसके जुड़वां भाई करण कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ गई। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान क्रांति ने दम तोड़ दिया। करण की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

परिजनों के गंभीर आरोप

मृतका के पिता नीतीश कुमार का आरोप है कि आंगनबाड़ी के भोजन में खराबी थी, जिसके चलते उनके बच्चों की तबीयत बिगड़ी। उन्होंने बताया, "खाना खाने के बाद दोनों बच्चों को उल्टी और पेट दर्द शुरू हो गया। स्थानीय स्तर पर प्राथमिक उपचार कराने के बावजूद उनकी हालत नहीं सुधरी, जिससे उन्हें सदर अस्पताल ले जाना पड़ा। वहां इलाज के दौरान क्रांति की मौत हो गई।"


सेविका और प्रशासन का बयान

हालांकि, आंगनबाड़ी सेविका अर्चना कुमारी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को केंद्र में 33 बच्चों ने भोजन किया था, लेकिन बाकी सभी बच्चे स्वस्थ हैं। इस मामले पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (CDPO) ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया, लेकिन मिड-डे मील की गुणवत्ता पर सवाल उठाने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा, "यह ठंड या किसी अन्य कारण से भी हो सकता है। यदि भोजन में खराबी होती, तो अन्य बच्चों की भी तबीयत बिगड़ती।"

पुलिस जांच में जुटी

कल्याण बिगहा ओपी की थानाध्यक्ष सुषमा कुमारी ने बताया कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, "मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। परिजनों की शिकायत के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।"


यह घटना आंगनबाड़ी केंद्रों में मिड-डे मील की गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। प्रशासन और परिजनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है, लेकिन एक मासूम की मौत और दूसरे की नाजुक हालत ने सभी को झकझोर दिया है।


Post a Comment

Previous Post Next Post