Saidabad: सेवानिवृत्त शिक्षकों को उनके अवशेष भुगतान के लिए अभी तक इंतजार करना पड़ रहा है, जबकि मंडलायुक्त के आदेश के बावजूद वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में तैनात अधिकारियों ने कोई सहयोग नहीं किया। सेवानिवृत्त शिक्षक अपने मंहगाई भत्ते के बकाए और अन्य लंबित भुगतान की प्रतीक्षा में हैं, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही।
मंडलायुक्त ने 28 सितंबर को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को सेवानिवृत्त शिक्षक गोपीकृष्ण तिवारी और अन्य शिक्षकों की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुँचे और अपनी शिकायतों को उठाया। शिक्षकों ने महंगाई भत्ते के बकाया भुगतान की भी मांग की, परंतु अभी तक विभाग की ओर से कोई भुगतान नहीं किया गया है।
गोपीकृष्ण तिवारी ने मुख्यमंत्री के आईजीआरएस पोर्टल के माध्यम से संबंधित जानकारी मांगी। इसके जवाब में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी प्रयागराज को गलत आख्या रिपोर्ट भेजी गई। वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बावजूद सेवानिवृत्त शिक्षकों को उनका लंबित भुगतान नहीं मिला है, जिससे शिक्षकों में गहरी नाराजगी है।
शिक्षक संघ ने उठाई आवाज
शिक्षकों के संघ ने इस मामले को लेकर अपनी नाराजगी जताई है और जल्द ही प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। संघ के अनुसार, अधिकारियों द्वारा जनसुनवाई में गलत रिपोर्ट प्रस्तुत कर मामले को निपटाने की कोशिश की जा रही है।
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