Utter Pradesh, जिगना (मिर्जापुर): विंध्याचल के नीबी गहरवार स्थित बंगला घाट पर शनिवार की सुबह दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक पिता के सामने ही गंगा में स्नान कर रहे उनके दो बच्चे डूब गए। पिता घाट की सीढ़ियों पर बैठकर मोबाइल देखने में व्यस्त थे, जबकि उनके बेटे और बेटी गहरे पानी में समा गए।
जानें क्या है घटना?
रैपुरी गांव निवासी विजय शंकर कन्नौजिया अपने 13 वर्षीय बेटे नीरज और 14 वर्षीय बेटी नंदिनी के साथ गंगा स्नान के लिए बंगला घाट पर पहुंचे थे। स्नान के दौरान विजय मोबाइल में व्यस्त हो गए, और इसी बीच उनके बच्चे गंगा में उतर गए। घाट के किनारे ही 40 फीट गहरा पानी होने से अनजान बच्चों ने जैसे ही आगे बढ़ने की कोशिश की, वे डूबने लगे।
घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि नीरज पहले डूबने लगा। उसे बचाने के प्रयास में नंदिनी ने उसका हाथ पकड़ लिया, लेकिन दोनों ही गहरे पानी में लापता हो गए। जब विजय की नजर बच्चों पर पड़ी, तो वे वहां नहीं थे। बच्चों को न पाकर विजय चीखने-पुकारने लगे।
बचाव कार्य
घटनास्थल पर ग्रामीणों ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश शुरू की। इसके बाद नायब तहसीलदार एसपी सिंह के निर्देश पर छह सदस्यीय एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया। टीम ने दो घंटे तक सघन तलाशी अभियान चलाया, लेकिन देर शाम तक बच्चों का कोई सुराग नहीं मिल सका।
प्रशासन का बयान
नायब तहसीलदार ने बताया कि गंगा में पानी का स्तर गहरा होने और बहाव तेज होने के कारण बच्चों को खोजना मुश्किल हो रहा है। एसडीआरएफ की टीम ने अभियान जारी रखने का आश्वासन दिया है।
ग्रामीणों में आक्रोश
इस घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से गंगा घाटों पर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने और चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग की है।