नई दिल्ली: भारत में सर्वोच्च न्यायालय का सर्वोच्च पद, यानी मुख्य न्यायाधीश (CJI), भारतीय न्यायपालिका में अत्यंत सम्मानित और महत्वपूर्ण होता है। इस पद पर कार्यरत वर्तमान CJI डी.वाई. चंद्रचूड़ का कार्यकाल 9 नवंबर 2022 से शुरू हुआ था, और संविधान के अनुच्छेद 124 के तहत, वह 10 नवंबर 2024 को 70 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें न केवल एक सम्माननीय स्थान मिलेगा, बल्कि कई विशेष सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
रिटायरमेंट के बाद मुख्य न्यायाधीश को मिलने वाली सुविधाएं
रिटायरमेंट के बाद भी CJI डी.वाई. चंद्रचूड़ को कई सुविधाएं मिलेंगी, जो उनके जीवन को सहज और सुरक्षित बनाए रखने में सहायक होंगी। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
1. सरकारी आवास: सेवानिवृत्त CJI को सरकारी आवास प्रदान किया जाएगा, जिसमें वे अपने परिवार के साथ रह सकते हैं।
2. सुरक्षा व्यवस्था: सुरक्षा के लिए उन्हें सुरक्षा गार्ड्स की सुविधा मिलेगी ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
3. पेंशन: सेवानिवृत्ति के बाद CJI को 70,000 रुपये की पेंशन प्रदान की जाएगी, जो उनके जीवनभर के लिए जारी रहेगी।
4. व्यक्तिगत सुविधाएं: उनके लिए जीवनभर एक नौकर और ड्राइवर की व्यवस्था होगी ताकि उनके दैनिक कार्यों में सहायता मिले।
5. चिकित्सा भत्ते: उनके स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतों को पूरा करने के लिए चिकित्सा भत्ते भी प्रदान किए जाएंगे।
6. कानूनी सलाह और मार्गदर्शन का अधिकार: रिटायरमेंट के बाद भी CJI को कानूनी मामलों में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सलाह देने का अवसर मिलता रहेगा। वे उच्च न्यायालयों या अन्य कानूनी मामलों में विशेषज्ञ के रूप में कार्य करने के लिए बुलाए जा सकते हैं।
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CJI की सेवानिवृत्ति के नियम
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के अनुसार, भारत के मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल 70 वर्ष की आयु तक सीमित होता है।
रिटायरमेंट के बाद CJI को सभी सुविधाएं स्वतः मिल जाती हैं, और इन सुविधाओं के लिए कोई अलग आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होती है।
CJI चंद्रचूड़ की सेवानिवृत्ति के बाद भी उनकी विधिक सेवाओं का उपयोग न्यायिक प्रणाली के सुधार में होता रहेगा। उनके लंबे अनुभव का लाभ न केवल सर्वोच्च न्यायालय बल्कि अन्य न्यायिक संस्थानों को भी मिलेगा, जो न्याय व्यवस्था को मजबूत बनाने में सहायक होगा।