Lucknow: 30 अक्टूबर: योगी सरकार ने दिवाली से पहले यूपी बोर्ड के शिक्षकों और कर्मचारियों को तोहफ़ा देते हुए उनके पारिश्रमिक दरों में वृद्धि की घोषणा की है। यह वृद्धि 2025-26 सत्र से लागू होगी और हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षाओं में परीक्षा केंद्रों, मूल्यांकन और संकलन केंद्रों पर काम करने वाले कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा।
विशेष सचिव आलोक कुमार द्वारा मंगलवार को जारी आदेश में केंद्र व्यवस्थापकों, निरीक्षकों, लिपिकों और अन्य कर्मचारियों की दरों में संशोधन का विवरण दिया गया है।
परीक्षा केंद्रों के लिए नई दरें
केंद्र व्यवस्थापक:
प्रति पाली: 80 रुपये → 100 रुपये
प्रतिदिन: 160 रुपये → 200 रुपये
अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक:
प्रति पाली: 53 रुपये → 60 रुपये
प्रतिदिन: 106 रुपये → 120 रुपये
कक्ष निरीक्षक: प्रतिदिन: 96 रुपये → 100 रुपये
लिपिक: प्रति पाली: 33 रुपये → 40 रुपये
बंडल वाहक: प्रति पाली: 16 रुपये → 20 रुपये
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी: प्रति पाली: 26.50 रुपये → 30 रुपये
संकलन केंद्रों के लिए
मुख्य नियंत्रक: प्रतिदिन: 67 रुपये → 75 रुपये
उपनियंत्रक: प्रतिदिन: 53 रुपये → 60 रुपये
सह उपनियंत्रक: प्रतिदिन: 48 रुपये → 55 रुपये
कोठारी (भंडार प्रभारी): प्रतिदिन: 44 रुपये → 50 रुपये
तृतीय श्रेणी कर्मचारी: प्रतिदिन: 30 रुपये → 40 रुपये
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी: प्रतिदिन: 14 रुपये → 20 रुपये
मूल्यांकन केंद्रों के लिए
मुख्य नियंत्रक/उपनियंत्रक: प्रति परीक्षक पारिश्रमिक: 6 रुपये → 8 रुपये
सह उपनियंत्रक: प्रति परीक्षक: 5 रुपये → 7 रुपये
जलपान व्यय: प्रतिदिन: 20 रुपये → 25 रुपये
कक्ष नियंत्रक: प्रतिदिन: 60 रुपये → 75 रुपये
सरकार का उद्देश्य
सरकार का कहना है कि इस निर्णय से बोर्ड परीक्षाओं की प्रक्रिया में सुधार होगा और कर्मचारियों की कार्य संतुष्टि बढ़ेगी। शिक्षक संगठनों ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम उनकी लंबे समय से चली आ रही मांगों की पूर्ति है और इससे काम के प्रति उत्साह भी बढ़ेगा।