Utter Pradesh, Lalitpur: जिले के 16 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जहां एक भी स्थायी शिक्षक नहीं है। इन विद्यालयों का शिक्षण शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के भरोसे चल रहा है, जिससे छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है।
जिले में कुल 1357 परिषदीय और कंपोजिट विद्यालय हैं, जिनमें 1.39 लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। सभी छात्रों को निशुल्क ड्रेस, जूता-मोजा, बैग, स्वेटर और किताबें उपलब्ध कराई जाती हैं, साथ ही उन्हें मध्याह्न भोजन भी दिया जाता है। हालांकि, शिक्षक की तैनाती छात्रांकन के आधार पर की जाती है, लेकिन कुछ विद्यालयों में मानक से अधिक शिक्षक तैनात हैं।
नगर क्षेत्र में नौ विद्यालय ऐसे हैं, जहां शिक्षक नहीं हैं। इसके अलावा, तालबेहट क्षेत्र में एक जूनियर और एक प्राथमिक विद्यालय, जखौरा में एक प्राइमरी, मड़ावरा में तीन जूनियर हाईस्कूल और बिरधा में एक प्राइमरी स्कूल शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के सहारे चलाए जा रहे हैं।
शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है, जिससे शिक्षा प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। प्रशासन को इस गंभीर समस्या का समाधान जल्द से जल्द निकालने की आवश्यकता है, ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके।