शिक्षामित्रों को मिल सकता है मानदेय बढ़ोतरी और मूल जिले में वापसी का उपहार


UP Shikshamitra News: उत्तर प्रदेश में परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत 1.48 लाख शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान को लेकर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक में यह आश्वासन दिया।

बैठक में शिक्षामित्रों की मांगों पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जल्द ही मानदेय में बढ़ोतरी और मूल जिले में वापसी का तोहफा मिल सकता है। वर्तमान में शिक्षामित्रों को 10,000 रुपये प्रति महीने का मानदेय दिया जा रहा है, जिसे बढ़ाने का प्रस्ताव है।

शिक्षामित्र संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2014 में शिक्षकों के रूप में नियुक्त शिक्षामित्र, जो 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फिर से शिक्षामित्र बने थे, अब अपने मूल जिले में वापसी की मांग कर रहे हैं। विशेषकर वे महिला शिक्षामित्र, जो विवाह के बाद ससुराल से मायके के जिले में काम कर रही हैं, अपनी मूल जिले में वापसी चाहती हैं।

इसके अलावा, शिक्षामित्र आकस्मिक अवकाश की अवधि 11 से बढ़ाकर 14 दिन करने और चिकित्सा सुविधाओं की मांग भी कर रहे हैं। संघ के पदाधिकारियों ने लोकभवन में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की। विधानसभा उपचुनाव के बाद उनकी मांगों को पूरा किए जाने की संभावना है।

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