उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले की शोहरतगढ़ (Shohratgarh) विधानसभा सीट से अपना दल (सोनेलाल) के विधायक विनय वर्मा पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर पिछले छह दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। उनकी मुख्य मांग जिले की पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्राची सिंह (SP Prachi Singh) का तबादला है। वर्मा ने एसपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने स्थानीय थानाध्यक्षों को उनके साथ भेदभाव करने और उनकी बात न मानने का निर्देश दिया है।
विधायक ने शोहरतगढ़ और ढेबरुआ थानाध्यक्षों पर अभद्र व्यवहार करने और ड्रग्स माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि वे एसपी प्राची सिंह के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से भी मिल चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
अवैध खनन के बाद दुर्घटना और पुलिस पर आरोप
विनय वर्मा (MLA Vinay Varma) का यह धरना उस घटना के बाद शुरू हुआ जब शोहरतगढ़ क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन के दौरान एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से आग लग गई थी, जिसमें चालक की मौत हो गई थी। विधायक ने ढेबरुआ थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया कि उन्होंने जांच के दौरान कुछ आरोपियों को बचाने का प्रयास किया।
जिले में भ्रष्टाचार के आरोप
विधायक ने आरोप लगाया कि सिद्धार्थनगर जिला (Siddharth Nagar) दलाली का अड्डा बन चुका है। उन्होंने कहा, "यदि कोई विधायक फोन करके किसी अधिकारी को हटाने की पैरवी करता है तो उसकी बात नहीं मानी जाती, लेकिन कोई आम आदमी लिफाफा लेकर पहुंच जाए तो उसकी सिफारिश तुरंत सुनी जाती है।"
विनय वर्मा (Vinay Varma) ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने भाजपा (BJP) के क्षेत्रीय और प्रदेश अध्यक्ष से बात की है, जिन्होंने मुख्यमंत्री से चर्चा करने का सुझाव दिया। वर्मा का कहना है कि अगर एसपी का तबादला नहीं हुआ तो वे धरना जारी रखेंगे, चाहे सरकार के बाकी ढाई साल भी क्यों न बीत जाएं।