शिक्षामित्र और सहायक अध्यापक के विवाद से थाना बना अखाड़ा, भीम आर्मी का हंगामा; समझौता कराने में जुटे रहे अफसर


Utter Pradesh, Amroha News: महिला शिक्षामित्र और महिला सहायक अध्यापक के बीच हुए विवाद ने नगर थाने को कई घंटे तक अखाड़ा बना दिया। यह विवाद तब शुरू हुआ जब महिला सहायक अध्यापक उमा देवी ने शिक्षामित्र रिंकी चौधरी पर मारपीट और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल किया। वीडियो में उमा देवी ने आत्महत्या की बात भी कही थी, जिससे मामला गंभीर हो गया।

वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने उमा देवी की तहरीर पर रिंकी चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। इसके बाद, विवाद को सुलझाने के लिए एसडीएम चंद्रकांता, बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. मोनिका और खंड शिक्षा अधिकारी सुबह ही थाने में पहुंच गए। उन्होंने समझौते के प्रयास में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष यशपाल सिंह और अन्य शिक्षक नेताओं को भी बुलाया।

चूंकि विवाद को जातिगत रूप देने की कोशिश की गई थी, इसलिए अनुसूचित जाति के शिक्षक नेताओं और संगठनों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। इस बीच, भीम आर्मी के सदस्य भी थाने में पहुंच गए और शिक्षामित्र के पक्ष में विरोध प्रदर्शन किया। वे किसी भी कीमत पर समझौते के खिलाफ थे, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

थाने में एसडीएम, बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षामित्र और सहायक अध्यापक दोनों से बातचीत की। एसडीएम ने उमा देवी को संजीवनी देने और आत्मघाती कदम न उठाने की सलाह दी, जबकि शिक्षामित्र ने आरोपों को निराधार बताते हुए माफी मांग ली, लेकिन विवाद शांत नहीं हुआ।

सीओ श्वेताभ भास्कर ने भी शिक्षामित्र को समझाया कि मुकदमा कोई बड़ी बात नहीं है और इसे सुलझाया जा सकता है। इस दौरान, शिक्षामित्र ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सम्मान को ठेस पहुंची है, और उन्होंने आत्मघाती कदम उठाने की धमकी दी। सीओ ने शिक्षक नेताओं को आग्रह किया कि वे शिक्षामित्र को अकेला न छोड़ें।

भीम आर्मी के सदस्यों ने नारेबाजी की और पुलिस से इंसाफ की मांग की। एक सदस्य ने बवाल की धमकी दी, जिस पर इंस्पेक्टर हरीशवर्धन सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह एक शिक्षक मामला है, जिसमें राजनीतिक हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।

इस सब के बाद, समझौते की प्रक्रिया शुरू की गई और मामला रफा-दफा कर दिया गया। सभी पक्षों को समझाया गया और थाने में तनाव समाप्त हुआ। सभी संबंधित लोग अपनी-अपनी जगह लौट गए और मामला शांत हो गया।

Post a Comment

Previous Post Next Post