रक्षाबंधन पर इस मंत्र के साथ बांधे राखी, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि जानें?


Rakshabandhan 2024: रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के रिश्ते की मिठास और सुरक्षा को दर्शाता है। इस वर्ष, राखी बांधने के लिए विशेष मुहूर्त और पूजा विधि पढ़ें:

राखी बांधने के मुहूर्त
1. पहला शुभ मुहूर्त: दोपहर 01:46 से शाम 04:19 तक (2 घंटे 33 मिनट)
2. दूसरा शुभ मुहूर्त: प्रदोष काल, शाम 06:56 से रात 09:07 तक

रक्षाबंधन के चार मुहूर्त
1. विजय मुहूर्त: दोपहर 2:35 से 3:27 तक
2. गोधूली मुहूर्त: शाम 6:56 से 7:18 तक
3. सायाह्न संध्या मुहूर्त: शाम 6:56 से रात 8:02 तक
4. अमृत काल: रात 8:24 से 9:50 तक

रक्षाबंधन पर राखी बांधते समय पढ़ें ये मंत्र
"येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि, रक्षे माचल माचल:।"

इस मंत्र का जाप करते हुए राखी बांधने से जीवन में समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है।

रक्षाबंधन की पूजा विधि
1. भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले बहन उसे रोली से तिलक करती है।
2. माथे पर अक्षत लगाती है।
3. दीपक जलाकर भाई की आरती उतारती है।
4. मिठाई खिलाकर भाई से अपनी रक्षा का वचन लेती है।
5. भाई अपनी बहन को उपहार देता है।

रक्षासूत्र या राखी के लिए सुझाव?
- राखी तीन धागों की होनी चाहिए।
- लाल-पीले रंग का धागा हो, अन्यथा कलावा भी प्रयोग कर सकते हैं।

रक्षाबंधन के बाद राखी का क्या करें?
- राखी उतारने के बाद इसे पेड़ के पास रखें या जल में बहा दें। इसे इधर-उधर नहीं फेंकें।

इस प्रकार, रक्षाबंधन पर पारंपरिक विधियों के साथ भाई-बहन के रिश्ते की मिठास और सुरक्षा को बनाए रखें।

Post a Comment

Previous Post Next Post