Teachers OPS, Tadarth Shikshak News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने शुक्रवार को प्रदेश भर के संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों पर धरना दिया। यह धरना पुरानी पेंशन योजना की बहाली और तदर्थ शिक्षकों की स्थायी बहाली समेत 18 सूत्री मांगों को लेकर था। धरने के बाद, शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपा। धरना प्रदर्शन लखनऊ, वाराणसी, बस्ती, गोरखपुर, अयोध्या, मेरठ, मुरादाबाद, आजमगढ़, झांसी, कानपुर, सहारनपुर, अलीगढ़, प्रयागराज, मिर्जापुर समेत विभिन्न जिलों में हुआ। वाराणसी में प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए संघर्ष जारी रहेगा। वहीं, कानपुर में एमएलसी व प्रदेश संरक्षक राज बहादुर सिंह ने जीपीएफ, ग्रेच्युटी, सामूहिक जीवन बीमा, पदोन्नति, चयन वेतनमान और प्रोन्नत वेतन के निस्तारण को सरल बनाने की मांग की। शिक्षकों ने सरकार से एनओसी विहीन ट्रांसफर नीति लागू करने, वित्तविहीन शिक्षकों को सेवा सुरक्षा और सम्मानजनक मानदेय देने की भी अपील की। इसके साथ ही, शिक्षक-कर्मचारियों को पांच लाख तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की मांग की गई।
Teachers OPS, Tadarth Shikshak News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने शुक्रवार को प्रदेश भर के संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालयों पर धरना दिया। यह धरना पुरानी पेंशन योजना की बहाली और तदर्थ शिक्षकों की स्थायी बहाली समेत 18 सूत्री मांगों को लेकर था। धरने के बाद, शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपा। धरना प्रदर्शन लखनऊ, वाराणसी, बस्ती, गोरखपुर, अयोध्या, मेरठ, मुरादाबाद, आजमगढ़, झांसी, कानपुर, सहारनपुर, अलीगढ़, प्रयागराज, मिर्जापुर समेत विभिन्न जिलों में हुआ। वाराणसी में प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए संघर्ष जारी रहेगा। वहीं, कानपुर में एमएलसी व प्रदेश संरक्षक राज बहादुर सिंह ने जीपीएफ, ग्रेच्युटी, सामूहिक जीवन बीमा, पदोन्नति, चयन वेतनमान और प्रोन्नत वेतन के निस्तारण को सरल बनाने की मांग की। शिक्षकों ने सरकार से एनओसी विहीन ट्रांसफर नीति लागू करने, वित्तविहीन शिक्षकों को सेवा सुरक्षा और सम्मानजनक मानदेय देने की भी अपील की। इसके साथ ही, शिक्षक-कर्मचारियों को पांच लाख तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की मांग की गई।