उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग ने 50 से कम छात्र संख्या वाले बेसिक विद्यालयों को चिह्नित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इस पहल के तहत प्रयागराज में 2853 बेसिक विद्यालयों में से 304 विद्यालयों की छात्र संख्या 50 से कम पाई गई है। इनमें विकासखंड शंकरगढ़ और जसरा के 59 विद्यालय शामिल हैं, जिनके छात्रों और शिक्षकों को पास के अन्य विद्यालयों में समायोजित किया जा सकता है।
इस निर्णय से स्थानीय शिक्षकों और अभिभावकों में मायूसी का माहौल है। विकासखंड शंकरगढ़ में 98 अध्यापकों को समायोजित किया जाएगा, जबकि प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की संख्या बेहद कम है।
जैसे कि प्राथमिक विद्यालय अमरपुर में केवल चार छात्र हैं जबकि दो शिक्षक हैं। इसी तरह, डोमहर में पांच छात्रों को तीन शिक्षक पढ़ाते हैं।
विकासखंड जसरा के विभिन्न विद्यालयों का भी समायोजन आस-पास के विद्यालयों में करने की योजना है। प्रधानाध्यापक डा एसपी सिंह ने चिंता व्यक्त की है कि बच्चों को
अपने घरों से दूर जाकर शिक्षा प्राप्त करनी होगी, जो समस्यापूर्ण हो सकता है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि क्या 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों में बच्चों की शिक्षा की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व नहीं है और क्या इससे शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन नहीं होगा?
खंड शिक्षाधिकारी शंकरगढ़, शिव अवतार ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर रिपोर्ट तैयार की गई है और इसे जिले में भेजा गया है। आगे के आदेश और निर्देशों के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।