विद्यालय में फल नहीं बांटे तो 188 प्रधान अध्यापकों से जवाब तलब


Prayagraj: मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत छात्रों को प्रत्येक सोमवार को फल वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं। हाल ही में 5 अगस्त को कुछ स्कूलों में फल वितरित नहीं किए जाने की जानकारी सामने आई है। इसके चलते 188 परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, और कंपोजिट स्कूलों के प्रधान अध्यापकों से जवाब तलब किया गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने सात अगस्त को सभी खंड शिक्षाधिकारियों को एक पत्र भेजा है जिसमें स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक सप्ताह सोमवार को मौसमी और ताजे फल जैसे अमरूद, केला, सेब, संतरा, नाशपाती, चीकू, आडू, शरीफा आदि वितरित किए जाएं। इस योजना के तहत प्रति छात्र चार रुपये की दर से भुगतान होता है, और फल को सुबह के समय ह्यमार्निंग स्नैक के रूप में दिया जाना चाहिए, ताकि छात्रों को पढ़ाई के पहले वांछित मात्रा में कैलोरी प्राप्त हो सके। इसके अलावा, फल वितरण और मध्याह्न भोजन के बीच पर्याप्त अंतराल सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
बीएसए ने निर्देशित किया है कि जिन 188 स्कूलों के प्रधान अध्यापकों ने 5 जुलाई को फल वितरण की सूचना आईवीआरएस पर नहीं दी है, उनसे स्पष्टीकरण लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। इनमें से 72 प्रधान अध्यापक नगर क्षेत्र के स्कूलों के हैं, जिनमें प्रमुख रूप से सर्वार्य महाविद्यालय इंटर कॉलेज, राधा रमण बालिका इंटर कॉलेज, एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, प्रयाग महिला इंटर कॉलेज, और महिला उद्योग मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं।
इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए, बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे संबंधित प्रधान अध्यापकों से जवाब लेकर आवश्यक कार्रवाई करें और छात्रों के पोषण संबंधी मानकों को सुनिश्चित करें।

Post a Comment

Previous Post Next Post