लखनऊ: मोहर्रम के अवकाश के बावजूद, बुधवार को डीजी स्कूल शिक्षा की पहल पर शिक्षक संगठनों के साथ हुई बातचीत सकारात्मक रही। हालांकि बैठक में तत्काल कोई निर्णय नहीं लिया गया। लेकिन शिक्षक नेताओं को बेहतर निर्णय का आश्वासन मिला। बैठक के दौरान मोर्चे के द्वारा स्पष्ट शब्दों में इस बात का जिक्र किया गया कि अगर 29 जुलाई से पहले कोई सकारात्मक निर्णय नहीं होता है, तो संयुक्त मोर्चा द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेशव्यापी शिक्षक लखनऊ धरना-प्रदर्शन होगा।
शासन और सरकार को इसे भेजा जाएगा
सचिव मनोज कुमार सिंह के निर्देशन में, स्कूल शिक्षा महानिदेशक (डीजी) कंचन वर्मा ने शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों के संयुक्त मोर्चे 'संयुक्त संघर्ष मोर्चा' को अवकाश के दिन बुधवार को बातचीत के लिए बुलाया था। स्कूल शिक्षा महानिदेशक कार्यालय में मोर्चे के सभी सदस्यों के साथ इस बातचीत में संयुक्त मोर्चे की मांगों पर महानिदेशक ने विधिवत चर्चा की। महानिदेशक ने संयुक्त मोर्चे के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि उन्होंने उनके स्तर पर उठाने वाले मुद्दे को जल्द ही सुलझा दिया जाएगा और नीतिगत मुद्दों के लिए भी शासनिक स्तर पर समाधान होगा। उन्होंने इसी प्रकार शिक्षामित्र और अनुदेशकों संबंधी मुद्दों को भी सरकार के स्तर पर भेजने की बात दोहराई।
शिक्षकों ने रखी ये मांगे
बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने डीजी के सामने संगठन की कई मांगों को प्रस्तुत किया है। उन्होंने मांग की है कि हाफ डे सीएल, 31 ईएल, कैशलेश चिकित्सा, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को समान कार्य के समान वेतन या मानदेय प्रदान किया जाए। इस मुद्दे पर डीजी ने त्वरित विचार करने और समाधान निकालने का आश्वासन दिया है।
मोर्चे के सदस्यों ने बैठक में उपलब्ध आश्वासनों और सहमति को ध्यान में रखते हुए कार्यवृत्त जारी करने की मांग की है। इसके बाद डीजी ने कल तक आदेश जारी करने का आश्वासन दिया है। अगर 28 जुलाई तक आवश्यक कार्रवाई या आदेश नहीं हुआ तो 29 जुलाई को घेराव किया जाएगा।
वार्ता में मौजूद थे ये शिक्षक नेता
( Online Attendance Lucknow Meeting )बैठक में संयुक्त मोर्चा के संयोजक मंडल के प्रदेश अध्यक्ष जूनियर संघ योगेश त्यागी, प्राथमिक शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष सुशील पांडेय, बिशिष्ट बीटीसी प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी, बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव, प्रदेश सचिव संयुक्त मोर्चा दिलीप चौहान, टीएससीटी अध्यक्ष विवेकानंद, शिक्षामित्र संघ के महामंत्री सुशील यादव, हरिनाम सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंगेश यादव, अटेवा के विक्रमादित्य मौर्या, विश्वनाथ मौर्या, सुधेश पांडेय आदि शामिल रहे।