दरअसल, अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 में कन्नौज सीट से चुनाव लड़ा था और जीत भी दर्ज की थी। हालांकि वह 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत चुके थे। विधानसभा में उनके पास नेता प्रतिपक्ष का पद भी था
अब जब वो कन्नौज जीतकर सांसद बने हैं तो उनको एक पद छोड़ना था। ऐसे में उन्होंने लोकसभा के सदस्य वाले पद को चुनते हुए विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया है साथ ही नेता प्रतिपक्ष के पद से भी उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद अब उनके सीट पर उपचुनाव होगा, उनमें सपा की तरफ से उम्मीदवार कौन होगा ये एक बड़ा सवाल है और इस सवाल को लेकर सूबे की सियासत में कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं।
हालांकि इन कयासों के बीच एक नाम जो सबसे ज्यादा सामने आ रहा है वो है तेज प्रताप यादव का।
कयासों की माने तो समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप यादव को करहल सीट से उम्मीदवार बना सकती है। वही नेता प्रतिपक्ष पद के लिए अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव के नाम की चर्चा हो रही है। हालांकि आखरी फैसला सपा नेतृत्व को लेना है। बता दें की यूपी के 80 लोकसभा सीटों में से सपा 37 लोकसभा सीट जीतकर लोकसभा में तीसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है सपा के सहयोगी कांग्रेस ने भी छ: सीटें जीती हैं।
वहीं बीजेपी को 33 सीटें मिली हैं, वहीं मायावती की पार्टी बसपा का इस लोकसभा चुनाव में खाता भी नहीं खुला है।