UP Shikshamitra News: यूपी के शिक्षामित्रों का मानदेय सात साल से नहीं बढ़ा है। हाल में ही सरकार ने शिक्षामित्रों के लिए कमेटी भी बनाई थी। कमेटी द्वारा कई बार बैठक भी की जा चुकी है। और प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेज भी दिया गया है।
लेकिन अब तक शिक्षामित्रों के मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की गई। सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई 2017 को 1.37 लाख शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पद पर समायोजन को निरस्त कर दिया था। उसके बाद शिक्षामित्रों ने 12 माह का मानदेय देने, सेवाकाल 62 वर्ष करने, मानदेय में आवश्यक वृद्धि करने, प्रतिवर्ष महंगाई के क्रम में मानदेय बढ़ाने, निःशुल्क चिकित्सा सुविधा आदि मांगों को लेकर आंदोलन किया था।
इसके बाद प्रदेश सरकार ने अगस्त 2017 में मानदेय 3500 रुपये से बढ़ाकर 10 हजार कर दिया था। 26 मई 1999 को यूपी में शिक्षामित्र योजना लागू होने के बाद अक्तूबर 2005 में मानदेय 2250 रुपये से बढ़कर 2400 किया गया था। 15 जून 2007 को मानदेय 2400 रुपये से बढ़कर 3000 हुआ था।