सांकेतिक तश्वीर ( AI Generated ) |
शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि अब 1 अप्रैल से किसी भी परिस्थिति में अतिथि शिक्षकों की सेवा न ली जाए। विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारीयों से अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्ति का प्रमाण पत्र भी मांगा है।
बिहार के सरकारी स्कूलों को अब नहीं है अतिथि शिक्षकों की जरूरत
Bihar News: आपको बता दें कि बिहार में अधिक शिक्षक पिछले 6 वर्षों से उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अपनी सेवाएं दे रहे थे। लेकिन अचानक नौकरी चल जाने से अतिथि शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। विभाग के इस फैसले से अब वह बेरोजगारी की मार से दर-दर के ठोकरे खाने को मजबूर हो जाएंगे।
अचानक ऐसे बेरोजगार हुए अतिथि शिक्षक
अब आईए जानते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षकों की नौकरी अचानक कैसे चली गई। तो आपको बता दें कि हाल में ही बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन ने शिक्षकों के पदों पर भारी भर्तियां की हैं।
KK Pathak News: कक्षा 9वीं और 10वीं के लिए 37847 शिक्षकों और कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए 56891 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। कुल मिलाकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 94738 शिक्षकों की नियुक्ति दी गई है। इसलिए शिक्षा विभाग का मानना है कि अब अतिथि शिक्षकों की जरूरत नहीं है।
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