भारत सरकार द्वारा नागरिकों को सभी सुख सुविधाएं उपलब्ध कराने के कई योजनाएं चलाई गई हैं. इन में से कुछ योजनाएं गरीबों के हित के लिए वरदान साबित हुई हैं. आज इस खबर के माध्यम से ऐसी 5 योजनाओं के बारे में आप जानेंगे जो गरीब नागरिकों, किसान, युवा तथा महिलाओं के हित को ध्यान में रखकर सरकार द्वारा बनाई गई है। इन योजनाओं लाभ सीधे तौर पर आम नागरिकों को दी जाती है।
1. सुकन्या समृद्धि योजना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जनवरी 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना का शुरुआत किया, इस योजना के तहत उन सभी परिवारों को लाभ मिलता है, जो आर्थिक संपन्न ना होने के कारण अपने बच्चों को खासकर लड़कियों को पढ़ा नहीं पा रहे हैं, गरीब परिवारों के बच्चियों की पढ़ाई की चिंता को दूर करने के लिए सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना लाईं गई है, इस योजना के तहत निवेश कर बेटी की पढ़ाई से लेकर शादी तक की धनराशि जोड़ी जा सकती हैं।
2. PM उज्जवला योजना
देश के बीपीएल कार्ड धारक सभी घरों को मुफ्त गैस का कनेक्शन देकर साल 2016 में देश की सभी महिलाओं की जिंदगी में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के द्वारा बदलाव लाया गया, सब्सिडी में योजना के तहत 12 गैस सिलेंडर दिए जाते हैं।
3. प्रधानमंत्री आवास योजना
इस योजना से बेघर आम नागरिकों को घर बनवाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा सहायता धनराशि का सहयोग दिया जाता है, इस योजना का लाभ गांव के साथ-साथ शहर में रहने वाले बेघर लोग भी उठा सकते हैं, प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना द्वारा गांव में तथा प्रधानमंत्री आवास अर्बन योजना के तहत शहर में आवास की अलग-अलग धनराशि दी जाती है। प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना के तहत गांव में 1,30,000 तथा शहर में 1,20, 000 रूपये की धनराशि दी जाती है, इसके अलावा राज्य सरकार भी मदद करती है।
4. PM किसान सम्मान योजना
प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना को किसानों के हित के लिए बनाया गया है, इस योजना से देशभर के किसानों को मोदी सरकार द्वारा सालभर में 6000 रूपए की आर्थिक धनराशि सहायता दी जाती है, यह धनराशि सरकार द्वारा 2-2 हज़ार रुपए की 3 क़िस्त में सीधे किसानों के खाते में दी जाती है, इस योजना का सीधा लाभ किसानों को होता है।
5. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
कारीगरों और शिल्पकारों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ 17 सितंबर 2023 को किया गया, इस योजना से बढ़ई, मूर्तिकार, सुथार, कुम्हार जैसे समुदायों की क्षमता को बढ़ाने के लिए लाभ दिया जा रहा है, इस योजना के तहत पहले चरण में एक लाख रूपए तक का कर्ज, मात्र 5% ब्याज दर के हिसाब से सरकार द्वारा दिया जाता है तथा इसके दूसरे चरण में कामगारों को 2-2 हजार रुपए क़र्ज़ के रूप में दिया जाता है।