- क्या 5 सितंबर शिक्षक दिवस के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने दी शिक्षामित्रों को बधाई?
- आखिर प्रधानमंत्री नें सिर्फ शिक्षामित्रों को ही क्यों दी बधाई, क्या प्रधानमंत्री मोदी शिक्षामित्रों से बनारस में किया वादा पूरा करने जा रहें हैं!
ज्यादातर शिक्षामित्र प्रधानमंत्री मोदी के इस पोस्ट को शेयर कर हैं, क्योंकि शिक्षामित्र काफी लंबे समय से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से अपना खोया हुआ सम्मान और अपना हक मांग रहे हैं, दरासल शिक्षक दिवस से एक दिन पहले 4 सितंबर को उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के दिशानिर्देश पर सभी शिक्षामित्रों ने पूरे प्रदेश के सांसदों के आवास का घेराव किया, साथ ही पैदल, बाइक से तिंरगा यात्रा रैली निकाली और ज्ञापन दिया। वहीं कुछ शिक्षामित्र शिक्षक दिवस के दिन निर्जल उपवास करके सरकार के सामने अपनी पीड़ा को रखा, तिंरगा यात्रा से शिक्षामित्रों को सांसदो द्वारा आश्वासन मिला, सांसदों ने शिक्षामित्रों से कहा कि हम आपकी बात को सरकार तक पहुंचाएंगे, वहीं अगले ही दिन 5 सितंबर को प्रधानमंत्री का शिक्षामित्रों के नाम पोस्ट देखकर शिक्षामित्र खुश हो गए और उसे सोशल मीडिया के माध्यम से इसे शेयर करने लगें।
क्या है पूरा मामला
शिक्षामित्रों ने अपनी समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के आव्हान पर 3 सितंबर को सांसदो के आवासों का घेराव किया। साथ ही पूरे प्रदेश भर में तिरंगा यात्रा निकाला, जिसे NS NOW सहित कई बड़े न्यूज चैनलों पर दिखाया गया। शिक्षामित्रों द्वारा सासंदों को ज्ञापन पत्र सौंपा गया। जिसके बाद कई सासंदों ने शिक्षामित्रों को आश्वस्त किया कि आपके बात को सरकार तक पहुंचाएंगे। जिसके बाद शिक्षामित्रों की सरकार से अपनी समस्या जल्द समाधान होने की आशा बढ़ गई, वहीं अगले दिन 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री का एक फेसबुक पोस्ट वायरल होने लगा जिसमें प्रधानमंत्री शिक्षामित्रों को शिक्षक दिवस की बधाई दे रहे हैं।
शिक्षामित्रों को लेकर किया गया प्रधानमंत्री का पोस्ट हो रहा वायरल
हमेशा की तरह प्रधानमंत्री इस साल भी शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने पोस्ट के माध्यम से शिक्षकों को बधाई दे रहे थें, उन्होंने इंग्लिश में पोस्ट करते हुए लिखा ‘Happy #teachersday to the educators who inspire dreams, shape futures, and ignite curiosity!’ जिसे हिंदी में ट्रांसलेट करने पर इसका हिंदी मतलब हो रहा था कि ‘सपनों को प्रेरित, भविष्य को आकार देने और जिज्ञासा जलाने वाले शिक्षामित्रों को #teachersday की शुभकामनाएं!’ जिसका स्क्रीनशॉट शोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया और यह पोस्ट फेसबुक, वाट्सऐप जैसे सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आग की तरह फैलने लगा।
क्या है इस पोस्ट की सच्चाई
आपको बतां दे कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया यह फेसबुक पोस्ट पूर्णतः सत्य है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा यह पोस्ट पूरे देश के शिक्षकों को बधाई देने के लिए किया गया था ना की सिर्फ शिक्षामित्रों को।
प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को बधाई देने के लिए फेसबुक पर लिखा –
‘Happy #teachersday to the educators who inspire dreams, shape futures, and ignite curiosity!’ परन्तु जब इसका फेसबुक ट्रांसलेट सिस्टम से अनुवाद किया गया तो ट्रांसलेट होकर ‘सपनों को प्रेरित, भविष्य को आकार देने और जिज्ञासा जलाने वाले शिक्षामित्रों को #teachersday की शुभकामनाएं!’
ये लिखा हुआ आ गया, जिसमें प्रधानमंत्री सिर्फ शिक्षामित्रों को बधाई दें रहें हैं. जोकि सत्य नहीं है, मामला ये है कि फेसबुक के ट्रांसलेट सिस्टम ने अंग्रेजी के एजुकेटर्स शब्द को हिन्दी में अनुवाद करके शिक्षामित्र लिख दिया था। और जब शिक्षामित्रों ने इस पोस्ट को हिंदी में देखा तो उन्हें लगा कि प्रधानमंत्री शिक्षामित्रों को शिक्षक दिवस की बधाई दें रहें, शायद कुछ सार्थक होने वाला है, बिना पोस्ट की जांच पड़ताल किए शिक्षामित्र पोस्ट को शेयर करनें लगे, हमारी पड़ताल में पाया गया कि प्रधानमंत्री सिर्फ शिक्षामित्रों को बधाई नहीं दे रहे है, बल्कि वह पूरे देश के शिक्षकों को बधाई दें रहें थे। ऐसी ही वायरल हो रही खबरों को पढ़ने के लिए NSNOW.IN पर बनें रहें, इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें