नई दिल्ली: देश के कई राज्यों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता दिल्ली के जंतर मंतर पर अपने मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पहुंच रही हैं। आंगनबाड़ी कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले शनिवार 29 जुलाई को हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आंगनवाड़ी वर्कर दिल्ली पहुंची हैं। जहां आंगनबाड़ी वर्करों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों के सरकार के सामने रखा है। उनका कहना है कि अगर केंद्र सरकार मांगे नहीं मानती है तो वह लोग आंदोलन करने के लिए बाध्य हैं।
5 साल से नहीं बढ़ा मानदेय
प्रदर्शन के लिए जंतर-मंतर पर पहुंची हजारों की संख्या में आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स में केंद्र के सामने अपनी कुछ मांगें रखी हैं। उन्होंने कहा है कि वह अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपेंगे। ऑल पंजाब आगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की प्रधान हरगोविंद कौर ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कई दशकों से काम कर रही हैं। इसलिए आंगनबाड़ी वर्कर्स को प्री नर्सरी टीचर तथा हेल्पर को चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है। पिछले 5 सालों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय नहीं बढ़ाया जाना बड़े शर्म की बात है। हरगोविंद कौर ने आगे कहा कि हमारी मांग है कि आगनबाडियों को प्री नर्सरी टीचर के बराबर वेतन मिलना चाहिए क्योंकि हमारे पास 35 सालों का अनुभव है।
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यह है आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मुख्य मांगे
जंतर मंतर पर प्रदर्शन के लिए पहुंची आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की कई मांगे हैं। अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय सचिव मधुबाला शर्मा ने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार प्री प्राइमरी टीचर का दर्जा दिया जाए। साथ ही उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय बढ़ोतरी की भी मांग की। मधुबाला शर्मा ने कहा हम जंतर मंतर पर कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ₹28258 और हेल्पर को 25660 ग्रुप सी व डी का न्यूनतम वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू को ज्ञापन देंगे फिर भी अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स बड़ा आंदोलन करेंगे।