UP Sambhal School: "पुरुष और महिला शिक्षक जींस शर्ट पहन कर स्कूल में ना आएं, उन्हें भारतीय परिधान में ही स्कूल आना होगा। अध्यापकों को दीदी या बहन जी कहा जाए और शिक्षकों को गुरूजी कहा जाए।
स्कूली बच्चों के अलावा स्कूल का निरीक्षण करने आने वाले अधिकारी भी शिक्षकों को दीदी, बहन जी और गुरु जी कह कर ही सम्बोधित करेंगे। स्कूलों में प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल वर्जित होगा, इस्तेमाल करने वालों पर अर्थदंड की कारवाई होगी। स्कूल के क्लास रूम में शिक्षक और छात्र जूते पहन कर नहीं आयेंगे। स्कूल के प्रधानाचार्य की कुर्सी पर शिक्षक नहीं बैठेंगे।"
ये उत्तर प्रदेश के संभल के स्कूलों के लिए नया फरमान आया है। संबल का ये वही प्राइमरी स्कूल है जहाँ मोबाइल फ़ोन पर कैंडी क्रश गेम खेलने के मामले में टीचर पर निलम्बन की सख्त कारवाई की गयी थी। अब डीएम राजेंद्र पेंसिया ने सरकारी परिषदीय स्कूलों के लिए नया फरमान जारी कर दिया है।
नए फरमान के मुताबिक अब अभिवादन में बच्चे नमस्ते या जय हिंद कहेंगे और गुरूजी भारतीय परिधान में ही स्कूल आएंगे। इसी के साथ डी एम साहब के आदेश के बाद प्राइमरी स्कूलों में यह आदेश जारी कर दिया गया है। संभल के स्कूलों में डी एम साहब के इस फरमान की मुस्लिम धर्म गुरु भी तारीफ कर रहे हैं।
इसके अलावा स्कूलों के अंदर शिक्षकों के धुम्रपान करने पर भी रोक लगा दी गई है। यदि कोई भी शिक्षा इनका इस्तेमाल करते पाया गया तो उनके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी। शिक्षक के नियमों को लागू करने के पीछे की वजह बताते हुए कहते हैं कि स्कूल मंदिर की तरह होता है। बच्चों के अन्दर ऐसी आदत डालने से बहुत कुछ बदल सकता है।
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