सीएम योगी ने कहा है कि हर परिवार को सरकार की योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने तथा हर परिवार के न्यूनतम एक सदस्य को रोजगार सेवा योजन से जोड़ने के संकल्प की कड़ी में राज्यों में परिवार आईडी जारी की जा रही है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में निवासरत लगभग 3.60 करोड़ परिवार है। वहीं 15.7 करोड़ लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ पा रहे हैं। इन परिवारों की राशन कार्ड संख्या ही फैमिली आईडी है। जबकि 1 लाख से अधिक गैर राशन कार्ड धारकों को फैमिली आई डी जारी की जा चुकी है।
जबकि 1 लाख से अधिक गैर राशन कार्ड धारकों की फैमिली आईडी जारी की जा चुकी है।
फैमिली आईडी का क्या है फायदा?
इस योजना का आधिकारिक प्रचार प्रसार किया जा रहा है, एक परिवार एक पहचान योजना के तहत हर परिवार को एक विशिष्ट पहचान जारी की जा रही है, जिससे राज्य के परिवार इकाइयों का एक लाइव व्यापक डेटा बेस स्थापित होगा। संचालन और योजना का शत प्रतिशत लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने और आम जनता को सरकारी सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने की व्यवस्था के सरलीकरण में सहायक होगा।
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परिवार आईडी प्रदेश के सभी परिवारों के लिए है। पचीस करोड़ जनता को इसका लाभ मिलना चाहिए। परिवार आई डी के माध्यम से प्राप्त एकीकृत डेटाबेस के आधार पर रोजगार से वंचित परिवारों को चेक कर उन्हें रोजगार के समुचित अवसर प्राथमिकता पर उपलब्ध कराए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा है की केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित 76 योजनाओं और सेवाओं को फैमिली आईडी से लिंक किया जा चुका है। बचे हुए सभी लाभार्थी परक योजनाओं को परिवार आईडी से लिंक किया जाएगा।
केंद्र सरकार के सहयोग से संचालित समस्त योजनाओं का डेटा बेस प्राप्त कर उसे परिवार कल्याण, पासबुक और फैमिली आईडी से जोड़ा जाना चाहिए। सभी लाभार्थी परक योजनाओं और सेवाओं की ऑनलाइन आवेदन में आधार आवेदन और आधार अधिप्रमाणन अनिवार्य किया जाना चाहिए। इस तरह फैमिली आई टी का कवरेज बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
ऐसे परिवार जो की राशन कार्ड धारक नहीं है, उनके लिए FamilyId.UP.Guv.in इन पर रजिस्टर करके फैमिली आईडी ले सकते हैं।
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